Join our Whatsapp Group

मानवता की मिसाल - असाध्य रोग से पीड़ित 8 साल के हिमांशु की इच्छा पूरी करने के लिए बनाया गांधीनगर थाने का SHO



अजय त्यागी 2024-04-27 10:36:35 राजस्थान

8 साल के हिमांशु की इच्छा पूरी करने के लिए बनाया गांधीनगर थाने का SHO
8 साल के हिमांशु की इच्छा पूरी करने के लिए बनाया गांधीनगर थाने का SHO
advertisement

थैलेसीमिया बीमारी से पीड़ित 8 साल के हिमांशु सैनी को जयपुर के गांधीनगर थाने का एसएचओ बनाया गया। बांदीकुई निवासी हिमांशु की पुलिस अफसर बनने की इच्छा थी। हिमांशु ने गांधीनगर थानाधिकारी उदयभान यादव से पुलिस अधिकारी बनने की फरियाद की थी। शनिवार को हिमांशु को पुलिस की वर्दी पहनाकर गांधीनगर थाना अधिकारी की कुर्सी पर बैठाया गया और 2 घंटे के लिए थाना अधिकारी बनाया गया।

गांधीनगर थाना अधिकारी उदयभान यादव समेत थाने के सभी पुलिसकर्मियों ने बच्चों से मुलाकात कर शुभकामनाएं दी। बच्चे ने सभी पुलिसकर्मियों को उनकी ड्यूटी के संबंध में सवाल भी पूछे। थानाधिकारी की कुर्सी पर बैठकर हिमांशु काफी खुश हुआ। हिमांशु ने उदयभान यादव समेत पूरी राजस्थान पुलिस को धन्यवाद दिया। गांधीनगर थाना अधिकारी उदयभान यादव के मुताबिक बांदीकुई निवासी हिमांशु थैलेसीमिया बीमारी से पीड़ित है। हिमांशु की उम्र 8 वर्ष है। इलाज के लिए हर महीने बांदीकुई से जयपुर आता है। हिमांशु के पिता राजू सैनी ने बताया था कि हिमांशु पुलिस अधिकारी बनना चाहता है। लेकिन वह बीमार रहता है।

हिमांशु की इच्छा थी कि उसे पुलिस की वर्दी पहनकर थाना अधिकारी बनने का मौका दिया जाए, तो उसे बहुत खुशी होगी। बच्चे की इच्छा पर शनिवार शाम को हिमांशु और उसके माता-पिता को थाने में बुलवाया गया। बच्चे का मनोबल बढ़ाने के लिए थाने पर हिमांशु को पुलिस की वर्दी पहनकर थाना अधिकारी के ऑफिस में कुर्सी पर बैठाया गया। पुलिस की वर्दी पहनकर बच्चे के चेहरे पर काफी खुशी नजर आई। हिमांशु ने पुलिस स्टाफ के साथ चाय पी। साथ ही पुलिस के कामकाज के बारे में भी जानकारी ली। बच्चे और उसके परिजनों ने राजस्थान पुलिस को धन्यवाद ज्ञापित किया है।

हिमांशु के पिता राजू सैनी ने कहा कि पुलिस की वर्दी पहनकर और थानाधिकारी बनाकर कुर्सी पर बैठना हिमांशु के लिए काफी खुशी का पल रहा। हिमांशु पुलिस अधिकारी बनने की इच्छा करता था। बच्चे का मनोबल बढ़ाने और उसकी इच्छा पूरी करने के लिए गांधीनगर थाना अधिकारी उदयभान यादव से फरियाद लगाई गई और बच्चे की बीमारी के बारे में बताया। थाना अधिकारी ने बच्चे की इच्छा और उसकी बीमारी के बारे में जानकर थाना अधिकारी बनाने के लिए हां कर दिया।