Fri, 20 September 2024 03:00:17am
पति-पत्नी के क्लेश ने एक 15 साल की बच्ची के जीवन में भूचाल ला दिया। दिल को झकझोर देने वाला यह वाकया हरियाणा के पानीपत का है।
दरअसल, बच्ची की माँ ने पति पर अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने का आरोप लगाकर उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत दे दी और बेटी को साथ लेकर वह अपने घर सिरसा चली गई। फिर मायके में ही बेटी के साथ रहने लगी। शिकायत पर पुलिस ने भी उसके पति पर केस दर्ज कर लिया। अब महिला अपनी बेटी को अपने मायके में ही छोड़कर प्रेमी के साथ फरार हो गई। दूसरी ओर पिता ने भी बेटी की कस्टडी लेने से इंकार कर दिया। वहीं, बच्ची का मामा उसे पानीपत कोर्ट में वकील के चैंबर में ही छोड़कर फरार हो गया।
फिलहाल महिला सरंक्षण अधिकारी ने बच्ची की काउंसलिंग कराकर उसे चाइल्ड केयर होम में भेज दिया है, जहां रो रोकर उसका बुरा हाल है। बच्ची कभी अपने नसीब को कोस रही है तो कभी माता-पिता और भगवान से अपना कसूर पूछ रही है।
गंगाराम कॉलोनी निवासी 15 साल की बच्ची बताती है कि उसकी मां और पिता का अक्सर झगड़ा होता था। उसकी माता ने 2021 में उसके पिता के खिलाफ सिरसा में पुलिस को शिकायत दी। इस पर पुलिस ने उसके पिता के खिलाफ अप्राकृतिक यौन संबंध का केस दर्ज कर लिया। इसके बाद उसकी मां उसे लेकर मामा के घर सिरसा आ गई, जबकि किशोरी का बड़ा भाई उसके पिता के ही पास है। वह दो साल तक अपनी मां के पास रही। उसके पिता यहां कोर्ट में तारीख पर आते थे तो उनसे मुलाकात हो जाती थी।
अब उसकी मां किसी युवक के साथ चली गई और दूसरी शादी कर ली। ऐसे में वह मामा के पास ही रह रही थी, जबकि मामा भी नहीं चाहते थे कि वह उनके पास रहे। पहले उसके पिता उसको अपने साथ रखने पर राजी हो गए थे। उन्होंने कोर्ट से कस्टडी भी मांगी थी। सोमवार को कोर्ट से उसकी कस्टडी पिता को दी जानी थी पर अंतिम समय में पिता ने उसकी कस्टडी लेने से इंकार कर दिया। इस पर उसके मामा भी उसे वकील के चैंबर में छोड़कर फरार हो गए। वकील ने उसे महिला सरंक्षण अधिकारी के हवाले कर दिया। जहां से उसे चाइल्ड केयर होम में भेज दिया गया। उसका कहना है कि अब उसका कोई सहारा नहीं है। जीते जी ही माता-पिता उसके लिए मर गए और वह अनाथ हो गई।
अधिकारी के अनुसार
मामले में बच्ची की तो कोई गलती नहीं। माता-पिता ने उससे मुंह मोड़ लिया। रिश्तेदारों ने भी नाता तोड़ लिया। बच्ची के सिर से छत और माता-पिता का हाथ उठ गया। दंपती के झगड़ों की कीमत किशोरी को चुकानी पड़ रही है। सब कुछ होते हुए भी बच्ची चाइल्ड केयर यूनिट में रहने को मजबूर है। -रजनी गुप्ता, जिला महिला सरंक्षण अधिकारी।