Fri, 20 September 2024 03:06:15am
निष्कासित महामंडलेश्वर मंदाकिनी पुरी को मंगलवार को अस्पताल से छुट्टी मिलते ही चिमनगंज थाना पुलिस ने तत्काल गिरफ्तार कर लिया। थाने लाकर महामंडलेश्वर बनाने के नाम पर की गई ठगी के प्रकरण में जांच शुरू कर दी है।
महामंडलेश्वर बनाने के नाम पर भोले-भाले संतों के साथ जालसाजी करने वाली निष्कासित महामंडलेश्वर मंदाकिनी पुरी के खिलाफ थाने में प्रकरण दर्ज किया गया था। इसकी खबर लगते ही मंदाकिनी पुरी ने जहरीला पदार्थ पी लिया था। इसके बाद से ही उनका जिला चिकित्सालय में उपचार जारी था।
निष्कासित महामंडलेश्वर मंदाकिनी पुरी अस्पताल में अपना उपचार करवा रही थीं, वहीं उनके खिलाफ लगातार धोखाधड़ी की शिकायतें अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़े के सचिव रवींद्र पुरी महाराज के पास पहुंच रही थीं। इस मामले में रवींद्र पुरी महाराज के पास तो लगभग दर्शन भर शिकायतें मंदाकिनी पुरी को लेकर पहुंची हैं, लेकिन महाकाल थाना और चिमनगंज थाना में मंदाकिनी पुरी के खिलाफ 420 का प्रकरण दर्ज हुआ था। जिसमें मंदाकिनी पुरी का बयान लेने के बाद आगे की कार्रवाई करने के लिए पुलिस उनके स्वस्थ होने का इंतजार कर रही थी।
मंगलवार को जैसे ही वे अस्पताल से डिस्चार्ज हुईं, तत्काल उन्हें पुलिस अपने साथ थाना ले गई। यहां उनसे पूछताछ की जा रही है। एडिशनल एसपी जयंत राठौर ने बताया कि मंदाकिनी पुरी के खिलाफ दर्ज हुई धोखाधड़ी के प्रकरण में उनसे पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के बाद ही उनके खिलाफ आगामी कार्रवाई की जाएगी।