Fri, 20 September 2024 03:37:58am
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थिति सहस्त्रताल ट्रैक पर मौसम खराब होने के बाद फंसे ट्रेकर्स का रेस्क्यू कर लिया गया है, जिसमें से 8 को देहरादून के जिला हॉस्पिटल कोरोनेशन में भर्ती कराया गया है। वहीं दो ट्रेकर्स नजदीक के बेस हॉस्पिटल में सुरक्षित है। साथ ही 9 ट्रेकर्स की मौत हो चुकी है, जिनमें से पांच के शव अभी तक बरामद किए जा सके हैं।
जिन 8 ट्रेकर्स को देहरादून के कोरोनेशन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है, उनका इलाज स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की निगरानी में चल रहा है। ट्रैकिंग दल की सदस्य रही स्मृति डोलस ने बताया कि सहस्त्रताल ट्रैक से वापस लौटते समय ये घटना घटी। रास्ते में बर्फबारी के साथ 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही थी। जिसके बाद सभी रास्ता भटक गए।
वहीं, कोरोनेशन हॉस्पिटल देहरादून के सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉ दीपक चंद्र गहतोड़ी ने बताया कि सहस्त्रताल ट्रैक से रेस्क्यू किए गए 8 ट्रेकर्स को यहां भर्ती किया गया है। सभी ट्रेकर्स कर्नाटक के बेंगलुरु के रहने वाले हैं। हॉस्पिटल के सर्जन और फिजिशियन की निगरानी में सभी का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है। किसी को भी मानसिक और शारीरिक तौर पर कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन सभी को केयर सुपरविजन के तौर पर एडमिट किया गया है। जैसे ही सभी ट्रैकर पूरी तरह से स्वस्थ हो जाएंगे उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
रेस्क्यू किये गये 11 ट्रेकर्स-
वर्तमान में 2 ट्रैकर्स बेस कैम्प कुश कल्याण गांव में हैं. ये दोनों पैदल सिल्ला गांव की ओर आ रहे हैं-
पांच मृतक जिनके शव बरामद कर नाटनी, तहसील- भटवाड़ी, उत्तरकाशी लाए गए हैं-
शेष ट्रेकर्स के रेस्क्यू के लिए 6 जून सुबह मौसम खुलने के बाद रेस्क्यू अभियान फिर से चलाया जाएगा।
दरअसल, उत्तरकाशी जिले में स्थित सहस्त्रताल ट्रैक के लिए 22 सदस्यों का दल 29 मई को हिमालयन व्यू ट्रैकिंग ऐजेंसी मनेरी से रवाना हुआ था। इस दल को सात जून का वापस आना था। लेकिन चार जून को अंतिम शिविर से सहस्त्रताल पहुंचने के बाद अचानक मौसम खराब हो गया और यह दल रास्ता भटक गया। चार जून को हिमालयन व्यू ट्रेकिंग एजेंसी ने ट्रेकिंग दल की खोजबीन की। जिसमें बाद उन्होंने चार लोगों के मरने की सूचना दी। वहीं, पांच जून को पांच और ट्रेकर्स की मौत की खबर सामने आई। यानी कुल 9 ट्रेकर्स की मौत हो चुकी है। वहीं 13 लोगों को रेस्क्यू किया गया है।