Fri, 20 September 2024 03:05:15am
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र बुधवार को गुजरात के केवड़िया में नर्मदा नदी पर स्थित विश्व की सबसे ऊंचे स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पहुंचे। उन्होंने वहां नर्मदा के साधु द्वीप पर स्थित 182 मीटर की ऊंचाई वाली सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा को नमन करते हुए अपनी श्रद्धा अर्पित की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय एकता और अखंडता के अग्रदूत लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की समृति को अक्षुण रखने को भारत सरकार ने यह महत्ती पहल की है।
मिश्र ने विंध्याचल और सतपुड़ा पर्वतमाला के बीच खूबसूरत हरियाली और मनमोहक नज़ारों में दुनिया की सबसे बड़ी इस प्रतिमा को पर्यटन की दृष्टि से भी नायाब बताया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय एकता और अखंडता के लिए प्रेरित करती लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा एक भारत, श्रेष्ठ भारत का अनूपम उदाहरण है। राज्यपाल ने बाद में सरदार सरोवर बांध भी देखा।
राज्यपाल के प्रतिमा स्थल पहुंचने पर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी एरिया डेवलपमेंट एंड टूरिज्म गवर्नेंस अथॉरिटी एकता नगर के अधिकारियों ने उनकी अगवानी की। अधिकारियों ने उन्हें इस दौरान दुनिया की सबसे विशाल प्रतिमा निर्माण के विभिन्न चरणों के बारे में जानकारी दी। राज्यपाल को स्टैच्यू ऑफ यूनिटी एरिया डेवलपमेंट एंड टूरिज्म गवर्नेंस अथॉरिटी द्वारा सरदार पटेल की विशाल प्रतिमा का प्रतिरूप और इससे संबद्ध पुस्तक भेंट की गई।
राज्यपाल कलराज मिश्र स्टैचू ऑफ यूनिटी के लाइट एंड साउंड शो में भी सम्मिलित हुए। उन्होंने विश्व की सबसे ऊंची सरदार पटेल की प्रतिमा पर पड़ने वाली लेजर लाइट के आलोक में निर्मित उनके जीवन, राष्ट्र की आजादी में रहे योगदान, आजादी बाद रियासतों के एकीकरण से अखंड भारत के निर्माण की उनकी भूमिका के इस शो की सराहना की।
उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी के किनारे लौह पुरुष पटेल की प्रतिमा, इंजीनियरिंग कौशल का अद्भुत उदाहरण है।