Fri, 20 September 2024 03:20:59am
भीषण गर्मी के बीच सऊदी अरब के मक्का में हज यात्रा के दौरान सैकड़ों श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। मीडिया रिपोर्ट्स और विदेश मंत्रालयों के अनुसार, तीर्थयात्रा के इस पवित्र मौके पर जान गंवाने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
मौत का आंकड़ा: फ्रांसीसी मीडिया एएफपी के अनुसार, कम से कम 550 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से 323 मिस्र के नागरिक थे। अधिकतर मौतें हीट-स्ट्रोक और गर्मी से संबंधित बीमारियों के कारण हुई हैं।
तापमान की स्थिति: सऊदी सरकारी टीवी ने बताया कि मक्का के ग्रैंड मस्जिद में सोमवार को तापमान छाया में 51.8 डिग्री सेल्सियस (125.2 फारेनहाइट) तक पहुंच गया था।
पिछले हादसे: पिछले 30 वर्षों में हज के दौरान भगदड़, टेंट में आग और अन्य दुर्घटनाओं के कारण सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
वैज्ञानिक अध्ययन: 2024 में 'जर्नल ऑफ ट्रैवल एंड मेडिसिन' में प्रकाशित एक अध्ययन ने चेतावनी दी है कि बढ़ते वैश्विक तापमान से निपटने की रणनीतियाँ पर्याप्त नहीं हो सकती हैं। 2019 के एक अध्ययन के अनुसार, जलवायु परिवर्तन के कारण सऊदी अरब में बढ़ते तापमान हज यात्रा को और अधिक खतरनाक बना सकते हैं।
अन्य देशों की स्थिति:
#सऊदी अरब के मक्का की सड़क पर हर तरफ लाशें... तेज सूरज की तपिश से अब तक "22 हज यात्रियों की मौत।" हाल ही मरे लोगों के शव मक्का में सड़क किनारे रखे गए।#Makka#saudi_Arabia #india #Haj_yatra pic.twitter.com/f3dejd4bSb
— sanjeev Journalist (@sbhatnagar76) June 19, 2024
यह त्रासदी जलवायु परिवर्तन और उसकी वजह से बढ़ती गर्मी के गंभीर परिणामों को उजागर करती है। हज जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक अवसर पर इस प्रकार की मौतें पूरे विश्व के लिए चिंता का विषय हैं। सरकारों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को मिलकर इस चुनौती का सामना करने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके।
दुनिया भर से हज यात्रा पर सऊदी सऊदी अरब गए कम से कम550 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई. मक्का में तापमान 52 डिग्री तक पहुंच गया है. एएफपी ने बताया कि विभिन्न देशों से आई रिपोर्ट के मुताबिक, कुल मौतों की संख्या 577 हो गई है. #HajYatra #HajYatra2024 #UncutNews #Uncut #ABPUncut pic.twitter.com/tFBva92y0a
— Uncut (@ABPUncut) June 19, 2024