Sun, 29 December 2024 10:12:52pm
नारनौल में एक भारतीय वायु सेना के सेवानिवृत कर्मी के साथ क्रिप्टो करंसी में निवेश के नाम पर 72 लाख 64 हजार 266 रुपये की ठगी हो गई। सेवानिवृत कर्मी से आरोपियों ने अपनी पहचान छिपा कर योजनाबद्ध तरीके से गलत जानकारी देकर घटना को अंजाम दिया है। पुलिस शिकायत में शिवाजी नगर, नारनौल निवासी राकेश सिंह ने बताया कि वह भारतीय वायु सेवा से सेवानिवृत है।
उसने जनवरी 2024 में ए यू-ट्यूब पर एक विज्ञापन देखा, जो शेयर मार्केट में निवेश के संबंध में जानकारी, ट्रेनिंग और सलाह देने के बारे में था। जिसमें एक वेब लिंक दिया हुआ था, जो विज्ञापन देखकर उसने लिंक पर क्लिक किया तो वाई 10 वेल्थ नेविगेशन क्लब नाम के ग्रुप से जुड़ गया। ग्रुप में अदरुरी समा नाम के व्यक्ति ने अपना परिचय शेयर मार्केट ट्रेडिंग इंस्टीट्यूट के डीन के रूप में दिया। जो ग्रुप में शेयर मार्केट के बारे में पढ़ाता है। ग्रुप में कई व्यक्ति शामिल हैं।
डीन के ज्ञान तथा अन्य व्हाट्स एप चैट पर बताई गई बातों से प्रभावित होकर क्लास नियमित लेने लग गया। इस ग्रुप में लीना नायर नाम महिला डीन की सहायक के रूप में नियमित रूप से चैट में आती थी तथा रोजाना शाम को उपरोक्त डीन द्वारा ग्रुप में ली गई क्लासों का विवरण नोट्स (पीडीएफ) के रूप में डालती थी। उक्त लोगों ने अपनी बातों से उसे प्रभावित कर लिया।
अप्रैल 2024 में उक्त डीन ने कहा कि यूएस (यूनाइटेड स्टेट) फेडरल बैंक की नीतियों की वजह से अगले 3 महीने मार्केट में कोई तेजी नहीं आएगी। जिसके बाद क्रिप्टो करंसी के बारे में बताना शुरू किया। इसके बाद उपरोक्त डीन ने उक्त व्हाट्स एप क्लासों में एक व्यक्ति जेम्स जॉनसन का परिचय वियाका एक्सचेंज के अकाउंट मैनेजर के रूप में करवाया। उसने भी वियाका कंपनी में निवेश के लिए प्रेरित किया तथा कंपनी से संबंधित दस्तावेज दिखाकर भरोसा दिलाया।
उसे बताया गया कि उसे यूएसडीटी मर्चेंट के माध्यम से उक्त एक्सचेंज में निवेश की राशि जमा करवानी होगी। इसके बाद उसने 30 हजार रुपये 11 अप्रैल 2024 को जमा करवाए। इसी तरह 13 अप्रैल को शाह एंटरप्राइजेज में 50 हजार का निवेश किया। इसके बाद वियाका एक्सचेंज के अकाउंट में निवेश की गई धनराशि के बराबर यूएसडीटी प्रदर्शित होने लगे। इसके बाद 3 मई को डीन ने कहा कि वियाका एक्सचेंज नई क्रिप्टो करंसी का आईपीओ (इनिशियल पब्लिक ऑफर) लांच कर रहा है।
इससे प्रेरित होकर 7 मई को 2 लाख, 11 मई को 1 लाख अलग-अलग यूएसडीटी मर्चेंट के माध्यम से वियाका एक्सचेंज में निवेश कर दिया। 12 मई को वियाका एक्सचेंज ने मच क्रिप्टो करेंसी का ड्रा निकाला। जिसमें उसे 89 कोइंस प्राप्त होना दर्शाया गया। 20 मई को वियाका एक्सचेंज के अपने खाता से 2000 यूएसडीटी निकालने के लिए आवेदन किया, जो उसे स्काईवाक नामक खाते से उसके पंजाब नेशनल के खाते में 164934 रुपए प्राप्त हुए। जिसके बाद ज्यादा भरोसा हो गया।
21 मई को उसने लोन ले कर उक्त द्वारा दिए गए बैंक खाता में 7.20 लाख निवेश के लिए जमा करवा दिए। उसके बाद वियाका एक्सचेंज द्वारा हाइड्रोमेट्रा नाम के एक और आईपीओ के लांच होने के बारे में घोषणा की गई। उसमें निवेश करने के लिए प्रेरित किया गया। जिससे प्रेरित होकर उसने अपनी जमा पूंजी, दोस्तों और रिश्तेदारों से उधार लेकर उक्त नए आईपीओ के लांच के समय जून में 6.90 लाख रुपए जमा करवा दिए। इसके बाद विभिन्न बैंक खातों में अलग-अलग तिथियां में जून माह में लगभग 50 लाख रुपए जमा करवा दिए।
पुलिस शिकायत में बताया गया कि जब पेट्रोमेक नाम के क्रिप्टो करंसी का ड्रा घोषित हुआ तो उसे 48645 कोइंस प्राप्त हुए, जिनकी कीमत उस दिन के भाव के अनुसार 26 करोड़ रुपए से भी अधिक थी। जब उसने रुपये निकालने की कोशिश की तो उनके अकाउंट में मौजूद धन राशि का एक परसेंट अकाउंट वेरिफिकेशन के लिए जमा करवाने की बात कही गई।
जब आरोपियों ने वेरिफिकेशन के लिए भी मर्चेंट्स के माध्यम से ही रुपये जमा करने के लिए अकाउंट नंबर दिए तो उसे शक हुआ। लेकिन फिर भी पूरी राशि जमा न करवा कर उसने 8 व 9 जुलाई को अकाउंट नंबरों में रुपए जमा करवा दिए। लेकिन अब भी उक्त लोग उसे एक परसेंट जमा करवाने के बारे में दबाव डाल रहे हैं। पीड़ित ने पुलिस शिकायत में बताया कि उसे विश्वास में लेकर विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक साधनों की सहायता से गलत जानकारी देकर व आनलाइन प्रदर्शित करके क्रिप्टो करंसी में निवेश के नाम पर कुल 72,64,266 रुपये की ठगी की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।