Fri, 20 September 2024 03:09:17am
उत्तराखंड के पिथोरागढ़ में व्यास घाटी के चीन सीमा से सटे माइग्रेशन ग्राम पंचायत नाबी (10,500 फुट) में पहली बार फोन की घंटी बजने से ग्रामीण खुशी से उछल पड़े। उन्होंने निचली घाटी में रह रहे अपने परिजनों से बात कर हालचाल जाना।
पिछले सप्ताह निजी कंपनी जिओ ने नाबी में संचार सुविधा शुरू करा दी थी। इससे ग्रामीणों के साथ आदि कैलाश यात्री और सीमा सुरक्षा में लगे कार्मिकों को भी लाभ मिलेगा। संचार सुविधा होने पर ग्राम प्रधान नाबी सनम देवी ने कहा कि आपदाकाल, अन्य आपातकाल में वह समय पर प्रशासन को सूचना दे पाएंगे।