Fri, 20 September 2024 03:41:01am
केरल के वायनाड में भूस्खलन की त्रासदी ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस भयंकर आपदा में 70 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और सैकड़ों लोग प्रभावित हुए हैं। इस महत्वपूर्ण मुद्दे को उठाते हुए, विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में केंद्र सरकार से प्रभावित लोगों के लिए हर संभव सहायता की मांग की।
नई दिल्ली: मंगलवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केरल के वायनाड में भूस्खलन की घटना पर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि इस भूस्खलन में 70 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग अब भी फंसे हुए हैं। राहुल गांधी ने केंद्र सरकार से इस आपदा से प्रभावित लोगों के बचाव और पुनर्वास के लिए हर संभव सहायता देने की मांग की।
राहुल गांधी ने शून्यकाल के दौरान इस मुद्दे को उठाते हुए मृतकों के परिवारों के लिए मुआवजे की राशि बढ़ाने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार को प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक परिवहन और संचार लाइनों की बहाली के लिए भी तत्परता से काम करना चाहिए।
कांग्रेस सदस्यों ने सरकार से प्रतिक्रिया की मांग की, जिसके जवाब में संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से बात की है और राहत प्रयासों का समन्वय करने के लिए एक केंद्रीय मंत्री को केरल भेजा है।
राहुल गांधी ने इस त्रासदी पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, "यह हमारे देश के लिए एक बहुत ही दुखद और कठिन समय है। हमें प्रभावित लोगों की मदद के लिए एकजुट होकर काम करना होगा।"
LoP @RahulGandhi Ji raised Wayanad landslides issue in the Parliament where more than 70 people have died till now.
— Shantanu (@shaandelhite) July 30, 2024
He requested the Defence Minister to and CM of Kerala for the rescue operation. pic.twitter.com/1VQHwWWGWx
केरल सरकार ने भूस्खलन के बाद बचाव कार्यों के लिए भारतीय सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), और अन्य बचाव दलों की मदद ली है। राहत और बचाव कार्यों में स्थानीय प्रशासन और स्वयंसेवकों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों को मिलकर काम करना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द सहायता मिले। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस त्रासदी से प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए दीर्घकालिक योजनाएं बनाई जानी चाहिए।
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