Fri, 20 September 2024 03:35:31am
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में पिछले कुछ हफ्तों से चल रहे भारी विरोध प्रदर्शनों ने नया मोड़ लिया है। प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे और उनके देश छोड़ने की खबर ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। जानिए इस अद्भुत राजनीतिक घटनाक्रम के पीछे की पूरी कहानी।
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में पिछले कुछ हफ्तों से चल रहे भारी विरोध प्रदर्शनों ने नया मोड़ ले लिया है। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और सूत्रों के अनुसार, वह पश्चिम बंगाल की ओर रवाना हो गई हैं। इस घटना ने बांग्लादेश की राजनीति में भूचाल ला दिया है।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख़ हसीना ने सबसे पहले आंदोलन को कुचलने की कोशिश की
— Vinod Kapri (@vinodkapri) August 5, 2024
फिर कहा -आंदोलनकारी “देशद्रोही” हैं
फिर कहा -आंदोलन “विपक्ष” की साज़िश है
फिर कहा -आंदोलनकारी “ आतंकी” है
और
आज शेख़ हसीना को बांग्लादेश से भागकर भारत आना पड़ा हैpic.twitter.com/VbFtTzF6ok
यह सब तब शुरू हुआ जब हज़ारों प्रदर्शनकारी पीएम आवास में घुस गए और शेख हसीना को देश छोड़ने पर मजबूर कर दिया। टेलीविजन पर दिखाए गए दृश्यों में हजारों लोगों को ढाका के सरकारी भवन में घुसते हुए देखा गया। इसके तुरंत बाद, सेना के एक प्रवक्ता ने उनके इस्तीफे की घोषणा की और यह भी कहा कि शेख हसीना देश छोड़ चुकी हैं। बताया जा रहा है कि वह हेलीकॉप्टर से भारत की ओर रवाना हुईं। ताजा जानकारी के अनुसार उनका हेलिकोप्टर अगरतला में लैंड हुआ है यानि शेख हसीना भारत पहुँच चुकी हैं।
उल्लेखनीय है कि विरोध प्रदर्शन की शुरुआत जुलाई में छात्रों द्वारा सरकारी नौकरियों में आरक्षण प्रणाली में सुधार की मांग को लेकर हुई थी। छात्रों ने आरोप लगाया कि मौजूदा आरक्षण प्रणाली शेख हसीना की पार्टी, अवामी लीग के वफादारों को अनुचित लाभ पहुंचा रही है। इन प्रदर्शनों ने जल्दी ही व्यापक सरकार विरोधी आंदोलन का रूप ले लिया, जिसमें शेख हसीना के इस्तीफे की मांग की गई।
जब ढाका में प्रधानमंत्री आवास पर घुसे प्रदर्शनकारी pic.twitter.com/tKd4TkMofV
— Umashankar Singh उमाशंकर सिंह (@umashankarsingh) August 5, 2024
शेख हसीना की सरकार ने आरंभ में स्कूलों और विश्वविद्यालयों को बंद करके और इंटरनेट पर प्रतिबंध लगाकर विरोध को दबाने की कोशिश की, लेकिन इससे प्रदर्शनकारी उस समय और बिगड़ गए जब सेना और पुलिस द्वारा की गई हिंसा में दर्जनों लोग मारे गए। इस हिंसा के कारण प्रदर्शनकारियों का गुस्सा और बढ़ गया और वे प्रधानमंत्री आवास की ओर मार्च करने लगे।
शेख हसीना के पुत्र साजिब वाजेद जॉय ने फेसबुक पर एक पोस्ट में सेना से कहा कि वे किसी भी असंवैधानिक सरकार को सत्ता में न आने दें, लेकिन कुछ घंटों बाद ही सेना ने शेख हसीना के इस्तीफे की घोषणा कर दी। बांग्लादेश के सेना प्रमुख ने घोषणा की कि नई सरकार कार्यभार संभालेगी।
In January 2024 (total 300 seats)
— Mr Sinha (@MrSinha_) August 5, 2024
-Shaikh Haseena won : 224
-Main Opposition won : 11
-Independent won : 62
Shaikh Haseena had to resign today and Bangladesh Army Chief announced that the new govt will take over.
The real murder of democracy!pic.twitter.com/vDJwxs4ffm