Fri, 20 September 2024 03:26:19am
दिल्ली हाई कोर्ट ने एक बार फिर से न्याय व्यवस्था में तकनीकी क्रांति का नेतृत्व किया है। हाल ही में मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ ने ई-निरीक्षण सॉफ्टवेयर के उद्घाटन के दौरान इसके महत्व और प्रभाव की चर्चा की। जानिए कैसे यह सॉफ्टवेयर न्यायिक प्रक्रिया को बदलने का वादा करता है।
दिल्ली हाई कोर्ट ने अपने नए ई-निरीक्षण सॉफ्टवेयर का उद्घाटन किया, जिसमें मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ ने इसे न्यायिक प्रणाली में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। इस सॉफ्टवेयर का उद्देश्य अदालत के रिकॉर्ड्स की ऑनलाइन जाँच को सुलभ और सुविधाजनक बनाना है, जिससे वकीलों और न्यायाधीशों के लिए काम करने में आसानी होगी।
सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि दिल्ली हाई कोर्ट ने डिजिटलाइजेशन के क्षेत्र में हमेशा अग्रणी भूमिका निभाई है। यह नया सॉफ्टवेयर अदालत की प्रक्रियाओं को अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाएगा।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली हाई कोर्ट पहले ही ई-फाइलिंग, वर्चुअल कोर्ट्स, और डिजिटाइज्ड केस रिकॉर्ड्स जैसी सुविधाओं को अपनाकर न्याय प्रणाली में तकनीकी बदलाव लाने की दिशा में कदम बढ़ा चुका है। ई-निरीक्षण सॉफ्टवेयर इस दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है, जिससे अदालत के दस्तावेजों की जाँच अब किसी भी स्थान से की जा सकेगी।
मुख्य न्यायाधीश ने यह भी कहा कि यह सॉफ्टवेयर न केवल समय की बचत करेगा, बल्कि न्यायिक प्रक्रियाओं में पारदर्शिता भी लाएगा। उन्होंने इसे न्यायिक प्रणाली में आईटी क्रांति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बताया।
यह नया सॉफ्टवेयर न्यायिक प्रक्रिया को आधुनिक बनाने के साथ-साथ अधिक सुलभ बनाने का प्रयास है। यह डिजिटलाइजेशन के माध्यम से न्याय प्रणाली को अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
Watch: "There are two things which I notice about the Delhi High Court. The first and most important thing is that anything that is done in the Delhi High Court is done with a sense of class and perfection. I think the EDHCR is one more example of everything that the Delhi High… pic.twitter.com/BZyAaj9H84
— IANS (@ians_india) August 5, 2024