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गोडवाना गणतंत्र पार्टी के कार्यकर्ता जुटे विश्व आदिवासी दिवस पाली महोत्सव में! बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सब हुए शामिल



अजय त्यागी 2024-08-09 06:10:00 छत्तीसगढ

विश्व आदिवासी दिवस, एक ऐतिहासिक उत्सव
विश्व आदिवासी दिवस, एक ऐतिहासिक उत्सव
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क्या गोडवाना गणतंत्र पार्टी की महारैली में शुरू हुआ आदिवासी जागरूकता का नया दौर? 
तानाखार में जोरदार हुंकार और महोत्सव की धूम!

छत्तीसगढ़/कोरबा (अशोक दीवान) पाली ब्लॉक में इस साल का विश्व आदिवासी दिवस एक ऐतिहासिक उत्सव में बदल गया। गोडवाना गणतंत्र पार्टी के कार्यकर्ता, उनके संरक्षक और सैकड़ों महिला, पुरुष और बच्चे, सभी ने इस महोत्सव में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। ग्राम पंचायत कोरबी सिंघिया और आसपास के सभी गांवों के नागरिकों ने इस आयोजन में भाग लेकर आदिवासी एकता और जागरूकता का संदेश दिया।

गोडवाना गणतंत्र पार्टी की महारैली में आदिवासी एकता की झलक
तानाखार क्षेत्र में आयोजित विश्व आदिवासी दिवस के उपलक्ष्य में गोडवाना गणतंत्र पार्टी ने एक भव्य महारैली का आयोजन किया। पार्टी के प्रमुख नेता लाल तुलेश्वर हीरा सिंह मरकाम के नेतृत्व में यह रैली निकाली गई, जिसमें जय सेवा जय जोहार, गोडवाना की है पहचान, दादा हीरा सिंह मरकाम और एक तीर एक कमान, आदिवासी एक समान के नारे गूंज उठे। इस आयोजन का उद्देश्य आदिवासियों को उनकी संस्कृति और अधिकारों के प्रति जागरूक करना था।

महिला, पुरुष और बच्चों की भागीदारी: एक अद्वितीय अनुभव
इस आयोजन में सबसे उल्लेखनीय बात यह रही कि महिलाओं, पुरुषों, और बच्चों ने भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। यह पहली बार नहीं है जब गोडवाना गणतंत्र पार्टी ने इस तरह के आयोजन किए हैं, लेकिन इस बार की महारैली में जनता का उत्साह देखने लायक था। संरक्षक बुधवार सिंह सारोठिया के तत्वाधान में आयोजित इस कार्यक्रम में सभी आयु वर्ग के लोग शामिल हुए और उन्होंने आदिवासी अधिकारों के समर्थन में अपनी एकजुटता दिखाई।

विश्व आदिवासी दिवस: अतीत की झलक और वर्तमान का संघर्ष
विश्व आदिवासी दिवस का महत्व आदिवासी समुदाय के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। यह दिन उनके अधिकारों, संस्कृति और पहचान के संरक्षण के लिए समर्पित होता है। पिछले कुछ वर्षों में, इस दिवस को लेकर जागरूकता बढ़ी है और इसके साथ ही गोडवाना गणतंत्र पार्टी जैसे संगठनों ने भी अपनी भूमिका को मजबूत किया है। उन्होंने आदिवासी समुदाय के अधिकारों की रक्षा के लिए कई आंदोलन किए हैं और उनकी समस्याओं को सरकार के सामने उठाया है।

इस साल का आयोजन: नई चुनौतियां और नई उम्मीदें
इस साल का विश्व आदिवासी दिवस विशेष था क्योंकि यह गोडवाना गणतंत्र पार्टी के एक बड़े आयोजन के रूप में सामने आया। पार्टी ने इस आयोजन के माध्यम से आदिवासी समुदाय को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया। साथ ही, यह आयोजन एक संदेश भी था कि आदिवासी समाज अपनी पहचान और अधिकारों के लिए संगठित है और उन्हें किसी भी कीमत पर सुरक्षित रखने के लिए तत्पर है।

निष्कर्ष
गोडवाना गणतंत्र पार्टी के इस आयोजन ने एक बार फिर साबित कर दिया कि आदिवासी समाज में एकता और जागरूकता की कोई कमी नहीं है। इस महोत्सव ने एक नई उम्मीद जगाई है कि आने वाले समय में आदिवासी समुदाय के अधिकारों के लिए और भी बड़े कदम उठाए जाएंगे। इस तरह के आयोजनों से न केवल आदिवासी समाज को मजबूती मिलती है, बल्कि उनकी आवाज भी और बुलंद होती है।