Fri, 20 September 2024 02:56:15am
अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने हाल ही में सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच पर गंभीर आरोप लगाए, जिसके बाद से ही हिंडनबर्ग भारत में एक बार फिर से चर्चा में आ गया। वहीं, अमेरिकी शॉर्ट-सेलर कंपनी पर जाने-माने कानूनी विशेषज्ञ और वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे ने जमकर हमला बोला है।
भारत में कई लोग हिंडनबर्ग पर कर रहे भरोसाः साल्वे
उन्होंने कहा कि हिंडनबर्ग भारत का मजाक उड़ा रहा है। साल्वे ने कहा कि अगर हिंडनबर्ग रिसर्च जैसे संगठनों पर लगाम नहीं लगाई गई तो इस तरह के संगठन एक दिन देश की न्यायपालिका पर सवाल उठाएंगे। उन्होंने कहा कि हिंडनबर्ग रिसर्च अमेरिका में बदनाम है। हालांकि, भारत में कई लोग इस पर भरोसा कर रहे हैं और इसकी रिपोर्ट को विश्वसनीयता मान रहे हैं।
हिंडेनबर्ग अमेरिका में भी बदनाम है,लेकिन बालक बुद्धि विश्वसनीयता दे रहा है। भारत में लगाम नहीं लगाई गई तो एक दिन ये देश की न्यायपालिका पर सवाल उठाएँगे।
— Samarendu Chaudhary (@samarenduyahoo3) August 14, 2024
ये कूड़ेदान में फेंकने लायक:हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट पर भड़के वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे। https://t.co/lsGvl8DoEz via @OpIndia_in
साल्वे ने की विपक्ष की आलोचना
उन्होंने कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को कोई भी देश महत्व नहीं देता है। सभी इसके रिपोर्ट को कूड़े के ढेर के समान मानते हैं। हालांकि, भारत में यह सेबी को धमकाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने इस मामले पर विपक्ष की जमकर आलोचना की है। हरीश साल्वे ने कहा कि राजनीतिक नेताओं का एक वर्ग हिंडेनबर्ग को गंभीरता से ले रहा है, जो कि शर्मनाक है।
पूर्व सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि भारत में किसी भी संस्थान पर लोग बेबुनियाद आरोप लगाते हैं और बच भी जाते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह संस्थान भारत का मजाक उड़ा रहा है।
हिन्डनबर्ग रिपोर्ट, नई बोटल में पुरानी वाइन वह भी सड़ी हुई - हरीश साल्वे pic.twitter.com/IBOXy0cK8l
— Leena_Peehu (@Leenapeehu) August 13, 2024