Fri, 20 September 2024 03:05:15am
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में एक बार फिर से तनाव चरम पर है। रूसी सेना द्वारा यूक्रेन पर किए गए ताजे हमले ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान खींच लिया है। जहां एक ओर रूस ने अपने हमलों से यूक्रेनी अग्रिमों को रोकने का दावा किया है, वहीं यूक्रेन ने भी ड्रोन हमलों के माध्यम से जवाबी कार्रवाई की है। आइए, इस ताजा घटनाक्रम की गहराई से पड़ताल करते हैं और जानते हैं कि कैसे यह युद्ध एक नए मोड़ पर पहुंच चुका है।
रूसी सेना की जवाबी कार्रवाई
रूस और यूक्रेन के बीच मंगलवार को एक बड़ी टकराव की शुरुआत हुई। रूसी सेना ने यूक्रेनी सैनिकों पर मिसाइलों और ड्रोनों के साथ जवाबी हमला किया। रूसी वरिष्ठ कमांडर ने यह दावा किया कि यह हमला यूक्रेन की बढ़त को रोकने के लिए किया गया था। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि युद्ध की शुरुआत के बाद से यह रूस के क्षेत्र पर सबसे बड़ा हमला था।
पश्चिमी देशों पर आरोप
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस हमले के बाद कहा कि पश्चिमी देश रूस के खिलाफ छद्म युद्ध के लिए यूक्रेन का उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब मिलेगा और रूस अपने सभी लक्ष्यों को निस्संदेह हासिल करेगा। पुतिन का यह बयान वैश्विक स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है, और इसने पश्चिमी देशों के साथ रूस के संबंधों को और तनावपूर्ण बना दिया है।
यूक्रेन का पलटवार
रूस के हमले के बाद, यूक्रेनी वायुसेना ने भी जवाबी कार्रवाई की। यूक्रेनी वायुसेना के अनुसार, रूस ने मंगलवार रात यूक्रेन पर 38 ड्रोन दागे, जिनमें से 30 को नष्ट कर दिया गया। इसके साथ ही रूस ने यूक्रेन पर दो बैलिस्टिक मिसाइलें भी दागीं। यूक्रेन ने भी रूस के कुर्स्क क्षेत्र में ड्रोन से हमला किया और कहा कि उन्होंने रूस के 74 बस्तियों पर नियंत्रण कर लिया है।
I am constantly in touch with Commander-in-Chief Oleksandr Syrskyi, receiving reports on the frontline situation and our operations in the Kursk region. Despite the difficult and intense battles, our forces continue to advance in the Kursk region, and our state’s “exchange fund”… pic.twitter.com/5BUdEJWbcr
— Volodymyr Zelenskyy / Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) August 13, 2024
युद्धबंदियों का मुद्दा
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने इस अभियान में बड़ी संख्या में रूसी युद्धबंदी पकड़े जाने का दावा किया। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह पहले हजारों यूक्रेनी सैनिकों ने रूसी सीमा में घुसकर हमला किया था, जिससे मास्को को लगभग दो लाख लोगों को वहां से निकालना पड़ा और रिजर्व सेना को वहां भेजना पड़ा। इस घटना ने यूक्रेन की सैन्य ताकत को दर्शाया और रूस के लिए एक बड़ा झटका साबित हुआ।
लक्ष्य की प्राप्ति में दृढ़ विश्वास
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अपने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि यूक्रेनवासियों ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वे किसी भी स्थिति में अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि हम अपने हितों और अपनी स्वतंत्रता की रक्षा करने में सक्षम हैं, चाहे हालात कितने भी कठिन क्यों न हों।
रूस की संयुक्त राष्ट्र में प्रतिक्रिया
रूस ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन के पश्चिमी सहयोगियों की कड़ी आलोचना की। रूस ने आरोप लगाया कि पश्चिमी देशों ने रूस के कुर्स्क क्षेत्र में कीव के आक्रमण की निंदा नहीं की है और वे अपनी कठपुतली (यूक्रेन) के घृणित अपराधों को छिपाने में लगे हुए हैं। रूस के संयुक्त राष्ट्र उप राजदूत दिमित्री पोल्यन्स्की ने कहा कि कीव के सहयोगियों ने इस हमले पर कोई निंदा नहीं की, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि वे यूक्रेन के साथ खड़े हैं, चाहे वह कितना भी गंभीर अपराध क्यों न करे।
युद्ध का नया दौर
रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष ने एक नए चरण में प्रवेश किया है, जहां दोनों देशों के बीच टकराव और तीव्र हो रहा है। जहां एक ओर रूस ने अपने मिसाइल और ड्रोन हमलों से यूक्रेनी अग्रिमों को रोकने का दावा किया है, वहीं दूसरी ओर यूक्रेन ने भी अपने हमलों से यह संकेत दिया है कि वह भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। इस युद्ध की अगली कड़ी में क्या होगा, यह देखना दिलचस्प होगा, लेकिन फिलहाल, यह स्पष्ट है कि युद्ध का अंत अभी दूर है।
Originally posted on Q Awakening
— Luwaina Martinez-Diaz (@diaz_luwai45248) August 14, 2024
BRICS- JUST IN: Russian President Putin says there will be no more peace talks with Ukraine.
"What is there to even talk about with those who attack civilians and nuclear facilities?" pic.twitter.com/wBRNpxpE70