Fri, 20 September 2024 03:39:31am
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देशभर में तिरंगा लहराया गया, लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आधिकारिक निवास पर राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराया गया। इस घटना से निराशा जताते हुए सुनीता केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया और सोशल मीडिया पर अपनी भावनाएं व्यक्त कीं।
नई दिल्ली: भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जहां देशभर में सरकारी कार्यालयों और निर्वाचित प्रतिनिधियों के निवास स्थानों पर तिरंगा फहराया गया, वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आधिकारिक आवास पर यह परंपरा निभाई नहीं जा सकी। इस पर मुख्यमंत्री की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए इसे तानाशाही करार दिया।
सुनीता केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "आज मुख्यमंत्री आवास पर तिरंगा नहीं फहराया गया। यह बहुत दुखद है। यह तानाशाही एक निर्वाचित मुख्यमंत्री को जेल में रख सकती है, लेकिन दिल में बसे देशभक्ति को कैसे दबा सकती है?"
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस समय मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा गिरफ्तार होने के बाद तिहाड़ जेल में बंद हैं। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर सुप्रीम कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी, जिससे इस बात पर संशय बना हुआ था कि उनके आधिकारिक आवास पर तिरंगा कौन फहराएगा।
मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति में दिल्ली सरकार के स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के दौरान तिरंगा फहराने की जिम्मेदारी कैबिनेट मंत्री आतिशी को सौंपी गई थी। हालांकि, जनरल एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट (GAD) ने इसे कानूनी रूप से अमान्य करार देते हुए आतिशी को तिरंगा फहराने की अनुमति नहीं दी।
पिछले हफ्ते मुख्यमंत्री केजरीवाल ने उपराज्यपाल वी के सक्सेना को पत्र लिखकर आतिशी को उनके स्थान पर तिरंगा फहराने की अनुमति देने की बात कही थी। लेकिन, LG कार्यालय ने यह दावा किया कि उन्हें इस संबंध में कोई संचार प्राप्त नहीं हुआ।
आज CM आवास पर तिरंगा नहीं फहराया गया। बहुत अफ़सोस रहा। यह तानाशाही एक चुने हुए मुख्यमंत्री को जेल में रख सकती है, लेकिन दिल में देशप्रेम को कैसे रोक पाएगी… https://t.co/h9TMWuy7qZ
— Sunita Kejriwal (@KejriwalSunita) August 15, 2024