Fri, 20 September 2024 03:06:57am
मध्य प्रदेश में मानसून ने एक बार फिर से कहर बरपाने की तैयारी कर ली है। भारी बारिश के साथ बाढ़ की चेतावनी ने राज्य के कई जिलों में चिंता की लहर पैदा कर दी है।
अब सवाल ये उठता है कि क्या राज्य इस प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए तैयार है?
भोपाल: मध्य प्रदेश में 16 अगस्त को भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है, और राहत की उम्मीद न के बराबर है क्योंकि राज्य में एक नया सिस्टम सक्रिय होने जा रहा है। इस बीच, 6 जिलों में बाढ़ की आशंका जताई जा रही है, जिससे लोगों की मुसीबतें और बढ़ सकती हैं।
मौसम विभाग ने राज्य के श्योपुर जिले में अत्यधिक भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही, राजगढ़, उत्तर नीमच, पूर्वी मंदसौर, मध्य शिवपुरी, दक्षिण बालाघाट और दक्षिण सिवनी में मध्यम बाढ़ की संभावना को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है।
इस शुक्रवार को ग्वालियर, पश्चिम शिवपुरी, उत्तर सागर, उत्तर विदिशा, पश्चिम अशोकनगर, नरसिंहपुर, पांढुर्णा, रायसेन, शहडोल, उमरिया, सीधी, पूर्वी कटनी और दक्षिण मंडला में भी भारी बारिश की संभावना है। इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
25 जिलों में येलो अलर्ट जारी: इसके अलावा, मौसम विभाग ने राज्य के 25 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है, जिनमें विदिशा, रायसेन, राजगढ़, आगर, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, श्योपुर, सीधी, अनुपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, टीकमगढ़, निवारी और पांढुर्णा शामिल हैं।
तूफान और बिजली गिरने का अलर्ट: भोपाल, सीहोर, नर्मदापुरम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, पन्ना, दमोह और सागर सहित 30 जिलों में तूफान, बिजली और गरज-चमक के साथ बारिश की चेतावनी भी दी गई है।
19 अगस्त से और बढ़ेगी मुश्किल: राज्य में हो रही भारी बारिश के चलते बांध और तालाब अपने अधिकतम क्षमता पर पहुंच गए हैं, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इसके अलावा, 19 अगस्त से एक नया सिस्टम सक्रिय हो सकता है, जिससे राज्य के पूर्वी भागों जैसे जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग में भारी बारिश हो सकती है। पश्चिमी भाग में भी अच्छी बारिश की संभावना बनी हुई है।