Fri, 20 September 2024 03:07:03am
सोशल मीडिया के डिजिटल रक्षाबंधन को पीछे छोड़ते हुए, बहनें अपने भाइयों के लिए रंग-बिरंगी राखियां पोस्ट ऑफिस के माध्यम से भेज रही हैं। इस साल, देश-विदेश में लाखों राखियां भेजी गई हैं, जो इस परंपरा की मजबूत पकड़ और इसकी अहमियत को दर्शाती हैं।
रक्षाबंधन के त्योहार पर बहनों का प्यार अब डाकघरों के माध्यम से देश-विदेश में उड़ान भर रहा है। उत्तर गुजरात क्षेत्र, अहमदाबाद के पोस्टमास्टर जनरल, श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि इस साल अब तक अहमदाबाद क्षेत्र के विभिन्न डाकघरों से 3 लाख से अधिक राखियों की बुकिंग की जा चुकी है, जो देश और विदेश में भेजी गई हैं।
उन्होंने बताया कि राखियों की बुकिंग, छंटाई और शीघ्र वितरण के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं, जिसमें रेलवे मेल सेवा और नेशनल सॉर्टिंग हब भी शामिल हैं। पोस्टमास्टर जनरल ने यह भी सुनिश्चित किया कि राखियों की डिलीवरी के लिए रविवार को विशेष व्यवस्था की जाएगी, ताकि रक्षाबंधन के दिन कोई भी भाई अपनी बहन की राखी से वंचित न रहे।
इस वर्ष राखियों का क्रेज न केवल भारत में, बल्कि विदेशों में भी देखा जा रहा है। अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, कनाडा, रूस जैसे कई देशों में भी बहनों ने पोस्ट ऑफिस के माध्यम से राखियां भेजी हैं, जिससे यह त्योहार वैश्विक स्तर पर भी अपनी जगह बना रहा है।
डाक विभाग ने न केवल बहनों और भाइयों के बीच के इस रिश्ते को नई ऊंचाई दी है, बल्कि इस परंपरा को डिजिटल युग में भी जीवित रखा है। सिल्क के धागों ने सोशल मीडिया के वर्चुअल राखियों को मात देते हुए, एक बार फिर से अपने महत्व को साबित किया है।