Fri, 20 September 2024 03:06:57am
भले ही इन दिनों उत्तराखंड के जौनसार-बावर में वर्षा नहीं हो रही है, उसके बाद भी भूस्खलन का क्रम जारी है। जिसके चलते पछवादून व जौनसार-बावर में 11 मोटर मार्गों पर आवागमन बाधित है। जिससे स्थानीय ग्रामीणों और वाहन चालकों को परेशानी हो रही है।
किसान अपनी उपज दिल्ली, साहिया, विकासनगर, देहरादून आदि मंडियों में नहीं पहुंचा पाए। बंद मार्गों में लोनिवि (लोक निर्माण विभाग) साहिया का एक, लोनिवि चकराता के छह, लोनिवि निर्माण खंड देहरादून के तीन, एनएच का एक मोटर मार्ग हैं। इस कारण करीब 70 गांव, खेड़ों मजरों में रहने वाले ग्रामीणों की दिनचर्या प्रभावित हो गई है। वहीं, पिछले कई दिनों से टोंस नदी का जलस्तर चेतावनी स्तर से नीचे नहीं आ रहा है। जिसके चलते इच्छाड़ी डैम से अतिरिक्त पानी को छोड़ा जा रहा है।
भूस्खलन से बंद हुआ राजमार्ग
भूस्खलन से एनएच देहरादून का दिल्ली-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग लखवाड़ बैंड के पास बंद है। वहीं, लोनिवि चकराता का दारागाड़ कथियान त्यूणी राज्य मार्ग दारमीगाड़ के पास मलबा आने से बंद हो गया है। लोनिवि साहिया का 27 जुलाई से बंद डयूडीलानी-ठलीन सकरोल मोटर मार्ग पर दो स्थानों पर मलबा आ गया है।
लोनिवि प्रातीय खंड देहरादून का कोटी ढलानी नंदा की चौकी आमवाला धौलास मोटर मार्ग किमी एक पर भू कटाव के कारण 14 अगस्त से बंद है। कोटड़ा-कल्याणपुर बड़वा लांघा मोटर मार्ग भी 14 अगस्त से भारी वाहनों के लिए बंद है, लेकिन छोटे वाहनों की आवाजाही हो रही है। कोटड़ा संतूर फुलसैनी आमवाला धौलास चौकी मार्ग भी भूकटाव के कारण भारी वाहनों के लिए बंद है।
नौ जुलाई से बंद है रावना पुरोड़ी संपर्क मार्ग
लोनिवि चकराता का रावना पुरोड़ी संपर्क मार्ग नौ जुलाई से बंद है, वहीं टुंगरा मोटर मार्ग पर भी 26 जून से यातायात सुचारू नहीं हो पाया है। नगऊ मोटर मार्ग व लोखंडी लेवारा मार्ग पर भी मलबा आने से बाधित है।
इस संबंध में लोनिवि साहिया की अधिशासी अभियंता रचना थपलियाल और लोनिवि चकराता के अधिशासी अभियंता एलके गोयल ने बताया कि बंद मार्गों से मलबा हटवाने के लिए जेसीबी मशीनें लगवायी गई हैं। डाकपत्थर में यमुना का जलस्तर 454.60 मीटर पर पहुंच गया है, जबकि यहां पर चेतावनी व खतरे का स्तर 455.37 मीटर पर है।
इच्छाड़ी में टोंस नदी का जलस्तर चेतावनी स्तर को पार कर 644.15 मीटर पर पहुंच गया है, जिस कारण बैराज से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। यहां पर टोंस का चेतावनी स्तर 643.60 मीटर व खतरे का स्तर 644.75 मीटर पर है।