Fri, 20 September 2024 03:37:16am
असम के नागांव जिले में हुए नाबालिग के गैंगरेप मामले में एक नया मोड़ आ गया है, जहां मुख्य आरोपी तफज़ुल इस्लाम की पुलिस हिरासत से भागने के दौरान तालाब में डूबकर मौत हो गई। यह घटना राज्य में भारी आक्रोश और विरोध प्रदर्शनों का कारण बनी है, जबकि अन्य दो आरोपियों की तलाश जारी है।
घटना का विवरण
असम के नागांव जिले के धींग इलाके में 21 अगस्त को एक नाबालिग लड़की के साथ हुए सामूहिक बलात्कार के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को चिन्हित किया था। इस जघन्य अपराध के मुख्य आरोपी तफज़ुल इस्लाम को 23 अगस्त को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तारी के बाद, पुलिस उसे घटना स्थल पर लेकर गई थी, ताकि वह घटना का सीन रिक्रिएट कर सके। लेकिन तफज़ुल इस्लाम ने पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की और पास के तालाब में कूद गया। कड़ी मशक्कत के बाद आज सुबह उसका शव बरामद किया जा सका।
मुख्य आरोपी की मौत, फैला आक्रोश
इस घटना के बाद से नागांव जिले में लोगों में पुलिस कि विरुद्ध आक्रोश है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस ने सुरक्षा में लापरवाही बरती, जिसके कारण मुख्य आरोपी भागने में सफल हुआ। हालाँकि, उसकी मौत पर लोगों का कहना है कि कुदरत ने इन्साफ किया है। वहीं, इस घटना के बाद राज्यभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, जिसमें दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सजा देने की मांग की जा रही है।
राज्य सरकार की प्रतिक्रिया
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने घटना के बाद राज्य में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस मामले में दोषियों को किसी भी हाल में नहीं बख्शेगी और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य में किसी भी महिला के साथ हो रहे अत्याचार पर सरकार सख्त कार्रवाई करेगी।
पुलिस की कार्रवाई पर सवाल
पुलिस की कार्रवाई को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। स्थानीय लोगों और महिला संगठनों का कहना है कि आरोपी को पुलिस हिरासत में रहते हुए भागने का मौका कैसे मिला? क्या पुलिस की सुरक्षा में कमी थी? इन सवालों के बीच राज्य सरकार ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं ताकि दोषियों को सजा दी जा सके और पुलिस की कार्यवाही में आई कमी का पता लगाया जा सके।
सामाजिक संगठन और जनता की मांग
घटना के बाद से राज्य में विभिन्न सामाजिक संगठनों और जनता ने इस मामले को लेकर राज्य सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए राज्य में कानून व्यवस्था को और सख्त बनाया जाना चाहिए। महिला संगठनों ने भी इस घटना पर गहरा दुख और आक्रोश जताया है और राज्य सरकार से महिलाओं की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की है।
महिलाओं की सुरक्षा का सवाल
यह घटना असम में महिलाओं की सुरक्षा पर एक बार फिर से सवाल खड़े करती है। महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा और अपराधों को रोकने के लिए समाज और सरकार दोनों को मिलकर कदम उठाने की जरूरत है। इस घटना ने न केवल नागांव जिले बल्कि पूरे राज्य में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना जरूरी
असम के नागांव जिले में हुए गैंगरेप ने राज्य में भारी आक्रोश पैदा कर दिया है। सरकार और प्रशासन पर अब दबाव है कि वे इस मामले में दोषियों को जल्द से जल्द पकड़कर कड़ी सजा दें और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करें। इस घटना ने समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं।
Nagaon: In Assam's gang rape case, the main accused drowned while attempting to escape from police by jumping into a deep pond during a crime scene visit. The police have confirmed his death, and the search for his two accomplices continues pic.twitter.com/Ipi8vmrHhF
— IANS (@ians_india) August 24, 2024