Join our Whatsapp Group

बीकानेर में पत्रकारिता जगत शोकमग्न: वरिष्ठ पत्रकार दिनेश चंद्र सक्सेना और के डी हर्ष को दी श्रृद्धांजली



अजय त्यागी 2024-08-31 04:33:58 श्रृद्धांजलि

श्रृद्धांजली
श्रृद्धांजली
advertisement

नियति के क्रूर हाथों ने गत दिनों बीकानेर में पत्रकारिता के दो पुराधाओं को छीन लिया। जिससे बीकानेर का पत्रकारिता जगत शोकमग्न है। जनसंपर्क विभाग के पूर्व संयुक्त निदेशक दिनेश चंद्र सक्सेना और बीकानेर के सबसे पुराने समाचार पत्र के संपादक के डी हर्ष का निधन, पत्रकारिता के क्षेत्र में एक युग के अंत जैसा है। उनके अद्वितीय योगदान और उनकी स्मृति में आज एक शोकसभा का आयोजन किया गया। 

सक्सेना जी का जीवन और कार्य: 

दिनेश चंद्र सक्सेना का नाम बीकानेर के पत्रकारिता जगत में एक सशक्त और प्रेरणादायी व्यक्तित्व के रूप में जाना जाता था। उन्होंने अपने जीवन के अधिकांश वर्षों को जनसंपर्क और पत्रकारिता के क्षेत्र में समर्पित कर दिया। उनका मृदुल स्वभाव और सभी के साथ सहयोगात्मक संबंध उनके व्यक्तित्व की पहचान थे।

शोकसभा का आयोजन:

बीकानेर प्रेस क्लब में सक्सेना जी की स्मृति में आयोजित शोकसभा में विभिन्न पत्रकारों और जनसंपर्क अधिकारियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रेस क्लब के अध्यक्ष भवानी जोशी ने सक्सेना जी को जनसंपर्क के क्षेत्र का सच्चा योद्धा बताया। उनके अनुसार, सक्सेना हमेशा से ही पत्रकारों के हित में काम करते रहे और उनकी इस दिशा में की गई मेहनत को कभी भुलाया नहीं जा सकता।

वरिष्ठ पत्रकारों ने दी श्रद्धांजलि: 

सभा में वरिष्ठ पत्रकार श्याम मारू ने सक्सेना जी को पत्रकारिता और प्रशासन के बीच सेतु का काम करने वाला एक प्रमुख व्यक्तित्व बताया। उन्होंने उनके मित्रवत स्वभाव और मिलनसारिता की भी चर्चा की। इसी तरह, अन्य पत्रकारों ने भी सक्सेना जी के व्यक्तित्व और उनके कार्यों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी।

एक प्रेरणास्रोत और मार्गदर्शक: 

सक्सेना जी न केवल अपने वरिष्ठता के कारण सम्मानित थे, बल्कि उन्होंने नए पत्रकारों को भी आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। डॉ. नासिर जैदी ने इस बात को विशेष रूप से रेखांकित किया कि सक्सेना जी ने सदैव नए पत्रकारों का मार्गदर्शन किया और उन्हें सही दिशा दी।

बीकानेर के कोहिनूर:

सभा में वक्ताओं ने वरिष्ठ पत्रकार केशव दास हर्ष को भी श्रद्धांजलि दी। हर्ष जी को कोहिनूर के नाम से जाना जाता था और उनका जुनून पत्रकारिता के प्रति अद्वितीय था। उन्होंने सही मायनों में पत्रकारिता को जिया और अपने कार्यों से इसे नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।

आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना:

सभा के अंत में सभी ने दो मिनट का मौन रखकर सक्सेना जी और केशव दास हर्ष की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और उनके चित्र के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित की। यह सभा उनके कार्यों और योगदानों को याद करने का एक माध्यम थी, जिसमें उनके जीवन से जुड़े कई प्रेरणादायी संस्मरण साझा किए गए। 

दिनेश चंद्र सक्सेना और केशव दास हर्ष जैसे पत्रकार हमेशा से समाज के लिए प्रेरणा स्रोत रहे हैं। उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता और उनकी यादें हमेशा उनके अनुयायियों और पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के दिलों में जीवित रहेंगी। इस सभा के माध्यम से, बीकानेर का पूरा पत्रकार समुदाय उनके योगदान को सलाम करता है और उन्हें श्रद्धांजली अर्पित करता है।