Fri, 20 September 2024 03:08:30am
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में पुलिस और नक्सलियों के बीच एक भीषण मुठभेड़ हुई, जिसमें नौ नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। यह मुठभेड़ दंतेवाड़ा और बीजापुर की सीमा के पास हुई, जहां पुलिस ने खुफिया जानकारी के आधार पर यह ऑपरेशन चलाया था। मुठभेड़ के बाद पुलिस ने बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया, जिसमें एसएलआर और अन्य हथियार शामिल हैं। इस घटना के बाद पुलिस का तलाशी अभियान जारी है, जिसमें कुल हताहतों की संख्या की पुष्टि की जा रही है।
पुलिस की रणनीति और ऑपरेशन की शुरुआत:
पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी कि नक्सलियों का एक बड़ा समूह दंतेवाड़ा और बीजापुर की सीमा के पास एकत्रित हो रहा है। इसके बाद पुलिस ने एक सुनियोजित रणनीति के तहत इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। घटना की जानकारी के अनुसार, पश्चिम बस्तर डिवीजन में माओवादियों की उपस्थिति की सूचना मिलने पर पुलिस की संयुक्त टीम सर्चिंग अभियान पर निकली थी। आज सुबह 10:30 बजे सर्चिंग के दौरान पुलिस पार्टी का सामना PLGA की कंपनी नंबर 02 के नक्सलियों से हुआ, जिसके बाद दोनों ओर से गोलीबारी शुरू हो गई।
मुठभेड़ में नौ नक्सलियों की मौत:
मामले की जानकारी देते हुए दंतेवाडा पुलिस अधीक्षक गौरव राय ने बताया कि पुलिस और नक्सलियों के बीच कई घंटों तक चली मुठभेड़ में नौ नक्सलियों को मार गिराया गया। मारे गए नक्सलियों के पास से पुलिस ने बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया, जिसमें एसएलआर जैसे अत्याधुनिक हथियार भी शामिल हैं।
बरामद हथियार और गोला-बारूद:
मुठभेड़ के बाद पुलिस ने इलाके की तलाशी ली, जिसमें नक्सलियों के छुपे हुए हथियारों का एक बड़ा जखीरा बरामद किया गया। इसमें एसएलआर, राइफल्स, गोलियां और अन्य घातक हथियार शामिल हैं। इस बरामदगी से यह स्पष्ट होता है कि नक्सली एक बड़ी साजिश की तैयारी में थे, जिसे पुलिस ने समय रहते नाकाम कर दिया।
पुलिस की सक्रियता और आगे की कार्रवाई:
पुलिस की इस मुठभेड़ के बाद इलाके में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। तलाशी अभियान अभी भी जारी है, और पुलिस यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है कि इलाके में और कोई नक्सली न बच सके। इसके साथ ही पुलिस इस घटना की तह तक जाने के लिए नक्सलियों से बरामद दस्तावेजों और अन्य सामग्री की जांच कर रही है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया:
इस मुठभेड़ के बाद इलाके के लोगों में भय और उत्सुकता का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की इस कार्रवाई से उन्हें थोड़ी राहत मिली है, लेकिन नक्सलियों के संभावित पलटवार की आशंका से वे चिंतित हैं।
नक्सली गतिविधियों पर नियंत्रण:
दंतेवाड़ा और बीजापुर जैसे इलाकों में नक्सली गतिविधियों का लगातार बढ़ना प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। पुलिस और सुरक्षा बलों की बढ़ती सक्रियता के बावजूद, नक्सलियों के बड़े समूहों का इस तरह का जमावड़ा चिंता का विषय है।
बहरहाल, इस मुठभेड़ ने नक्सलियों की ताकत को एक बड़ा झटका दिया है, लेकिन साथ ही यह भी स्पष्ट किया है कि नक्सली अभी भी अपनी गतिविधियों को जारी रखने के लिए तत्पर हैं। इस घटना के बाद पुलिस और सुरक्षा बलों की जिम्मेदारी और बढ़ गई है, जिससे वे नक्सली गतिविधियों पर और कड़ी नजर रख सकें और उन्हें जड़ से खत्म कर सकें।
Chhattisgarh: In Dantewada, a police operation resulted in the death of nine Naxalites during an encounter near the Dantewada-Bijapur border. The police recovered a cache of weapons and ammunition, including SLRs and other firearms. The operation was initiated based on… pic.twitter.com/FbLJp8fYoN
— IANS (@ians_india) September 3, 2024