Fri, 20 September 2024 03:27:35am
तरंग शक्ति-2024 अभ्यास के दूसरे चरण में आस्ट्रेलिया ने अपने लड़ाकू विमानों की पहली बार भारत में तैनाती की है। इस अभूतपूर्व कदम से आस्ट्रेलिया और भारत के बीच रक्षा संबंधों में एक नया मोड़ आया है। इस अभ्यास में आस्ट्रेलिया ने तीन ईए-18जी ग्रोवर विमान और 120 वायु सैनिकों को जोधपुर भेजा है। आइए विस्तार से जानते हैं इस ऐतिहासिक अभ्यास के बारे में...
आस्ट्रेलिया का भारत के साथ पहला बड़ा सैन्य अभ्यास
आस्ट्रेलिया ने पहली बार अपने लड़ाकू विमानों को भारत भेजा है, जो तरंग शक्ति-2024 के दूसरे चरण में भाग ले रहे हैं। यह अभ्यास 30 अगस्त से 13 सितंबर तक जोधपुर एयरफोर्स स्टेशन पर आयोजित किया जा रहा है। आस्ट्रेलिया के नंबर 6 स्क्वाड्रन से तीन ईए-18जी ग्रोवर विमान और 120 वायु सैनिकों की तैनाती की गई है।
आस्ट्रेलिया की नई रक्षा नीति का संकेत
आस्ट्रेलिया की इस तैनाती को उसकी नई रक्षा नीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसमें वह इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अपने साझेदारों के साथ सैन्य सहयोग को बढ़ावा देना चाहता है। यह अभ्यास आस्ट्रेलिया के लिए एक बड़ा अवसर है, जहां वह अपने लड़ाकू विमानों की क्षमताओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित कर सकेगा।
भारत-आस्ट्रेलिया रक्षा संबंधों में मजबूती
तरंग शक्ति-2024 के माध्यम से भारत और आस्ट्रेलिया के बीच रक्षा सहयोग को एक नया आयाम मिला है। दोनों देशों के बीच इस अभ्यास से रक्षा और रणनीतिक साझेदारी को मजबूती मिलेगी। आस्ट्रेलिया के चीफ ऑफ एयर फोर्स एयर मार्शल स्टीफन चैपल के अनुसार, यह अभ्यास दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग को बढ़ावा देने और साझा सुरक्षा चिंताओं को दूर करने का एक महत्वपूर्ण कदम है।
जोधपुर एयरफोर्स स्टेशन पर अद्वितीय सैन्य प्रदर्शन
इस बहुपक्षीय अभ्यास में आस्ट्रेलिया के साथ-साथ ग्रीस, श्रीलंका, यूएई, जापान, सिंगापुर और अमेरिका सहित कई अन्य देश भी भाग ले रहे हैं। कुल मिलाकर 11 प्रतिभागी और 18 पर्यवेक्षक राष्ट्र इस अभ्यास में शामिल हो रहे हैं, जो इसे भारतीय वायुसेना के सबसे बड़े अभ्यासों में से एक बनाता है।
तरंग शक्ति-2024: इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण
तरंग शक्ति-2024 केवल एक सैन्य अभ्यास नहीं है, बल्कि यह इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में स्थिरता और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। आस्ट्रेलिया और भारत के बीच इस प्रकार के अभ्यास से दोनों देशों के सैन्य बलों के बीच बेहतर तालमेल स्थापित होगा और वे भविष्य में आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार होंगे।
Watch #exclusive aerial shots of Exercise #TarangShakti Phase 2 over the skies of Jodhpur.@IAF_MCC @usairforce @TheRSAF @airforcelk @AusAirForce @JASDF_PAO_ENG @modgovae @HAFspokesperson pic.twitter.com/PfZXaz7LN6
— Ministry of Defence, Government of India (@SpokespersonMoD) September 4, 2024