Fri, 20 September 2024 03:32:51am
उत्तराखंड में मॉनसून अपने आखिरी समय में है, लेकिन बारिश का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है। चंपावत जिले से बादल फटने की सूचना मिली है। इस आपदा में दो महिलाओं की मौत और दो लोग घायल हुए है। एसडीएम लोहाघाट रिंकु बिष्ट ने इसकी पुष्टि की है।
मटियानी में फटा बादल:
दरअसल, उत्तराखंड के कई जिलों में पहले ही मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था, जो सही साबित हुआ। चंपावत जिले में गुरुवार से ही मूसलाधार बारिश हो रही है। शुक्रवार को चंपावत जिले के लोहाघाट क्षेत्र में नेपाल सीमा के पास मटियानी में बादल फटने से पानी का सैलाब आ गया। इस सैलाब की चपेट में आने से एक महिला की मौत हो गई। वहीं दो लोग घायल हो गए।
60 साल की महिला की मौत:
एसडीएम लोहाघाट रिंकु बिष्ट ने बादल फटने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि लोहाघाट ब्लॉक के मटियानी में बादल फट गया था, जिस कारण इलाके में लैंडस्लाइड हुआ। पहले सूचना मिली थी कि लैंडस्लाइड की चपेट में पांच लोग आए है, लेकिन बाद में पता चला कि दो बच्चों पहले ही कही सुरक्षित स्थान पर चल गए थे। वहीं दो लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया था। दोनों को हल्की चोटें ही आई थी। वहीं, एक महिला का कुछ पता नहीं चल पा रहा था, लेकिन शाम तक महिला का शव भी मिल गया। मृतक महिला की शिनाख्त 60 वर्षीय शांति देवी के रूप में हुई है।
जनपद चंपावत में विगत दिनो से हो रही भारी बारिश के कारण चंपावत- देवीधूरा- हल्द्वानी राजमार्ग जगह-जगह पर बंद हो गया है
— Champawat Police Uttarakhand (@Champawatpolice) September 13, 2024
अतः सर्वसाधारण को सूचित किया जाता है की उक्त मार्ग पर यात्रा न करें। pic.twitter.com/Ms8ImtK0Ny
गौशाला की दीवार गिरने से महिला की मौत:
एसडीएम लोहाघाट रिंकु बिष्ट के मुताबिक ढोरजा में भी गौशाला की दीवार ढह गई थी। दीवार के नीचे आने से माधवी देवी (55) पत्नी पीतांबर भट्ट की मौत हो गई।
दो मंजिला धर्मशाला गिरी:
इसके अलावा भारी बारिश के कारण चंपावत जिले के भिंगराडा में भी दो मंजिला धर्मशाला भारी बारिश में ढह कर खाई में गिर गई। राहत की बात ये है कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।
इसके अलावा आमोडी डिग्री कॉलेज भी पूरी तरह से कोइराला नदी की चपेट में आ गया। इस इलाके में करीब 6 मकान भूस्खलन की वजह से जमींदोज हो गए हैं। भारी बारिश के चलते कई गांव में बिजली पानी की सप्लाई भी पूरी तरह से ठप्प है। वहीं टनकपुर-पिथौरागढ़ मार्ग पर कई जगह पर टूटा हुआ है. यहां पर करीब 30 मीटर रास्ता बह गया है। जिसके कारण यात्री जगह-जगह फंसे हुए हैं। जिनको निकालने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को युद्धस्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के निर्देश दिए हैं।
Uttarakhand: Heavy rainfall in Champawat district causes widespread destruction. One woman has died, and another person is missing. Several roads, including the NH, are blocked, and many buildings are at risk. pic.twitter.com/KThU3wAsFr
— IANS (@ians_india) September 13, 2024