Thu, 19 September 2024 09:58:34pm
भुवनेश्वर में एक रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस और उसके समर्थकों पर एक तीखा प्रहार किया, उनके गणेश पूजा में शामिल होने को लेकर उठ रही आलोचनाओं को लेकर। पीएम मोदी ने अपने भाषण में कांग्रेस की इस नाराज़गी को एक बड़ा मुद्दा बताते हुए गणेश उत्सव के महत्व को देश की स्वतंत्रता संग्राम से जोड़ा, और यह स्पष्ट किया कि धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव केवल आस्था के प्रतीक नहीं, बल्कि राष्ट्रीय आंदोलन के महत्वपूर्ण हिस्से भी रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भुवनेश्वर में आयोजित एक रैली के दौरान कांग्रेस और उसके समर्थकों की ओर से उठ रही आलोचनाओं पर कड़ा जवाब दिया। उनका कहना था कि गणेश पूजा में शामिल होने को लेकर कांग्रेस और उसके "इकोसिस्टम" की नाराज़गी दर्शाती है कि वे धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सवों के महत्व को समझने में असफल हैं। पीएम मोदी ने यह टिप्पणी उन विपक्षी पार्टियों की आलोचना के संदर्भ में की, जिन्होंने उनकी गणेश पूजा में भागीदारी पर सवाल उठाया था।
प्रधानमंत्री ने कहा, "गणेश उत्सव सिर्फ आस्था का त्योहार नहीं है। यह हमारे देश के स्वतंत्रता आंदोलन में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।" मोदी ने यह भी बताया कि कैसे गणेश उत्सव ने भारतीय समाज को एकजुट किया और औपनिवेशिक शासन के खिलाफ एक शक्ति के रूप में उभरा।
रैली के दौरान, पीएम मोदी ने गणेश उत्सव के ऐतिहासिक महत्व को उजागर करते हुए कांग्रेस की आलोचनाओं की परवाह किए बिना, इसे एक राष्ट्रीय उत्सव के रूप में मान्यता दी। उन्होंने कहा कि गणेश उत्सव ने भारतीय संस्कृति और समाज को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और यह किसी भी राजनीतिक विवाद से परे है।