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वायुसेना प्रमुख की चेतावनी: भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए वायुसेना को फिर से तैयार करना जरूरी



अजय त्यागी 2024-10-08 03:01:18 डिफेंस

भारतीय वायुसेना के प्रमुख, एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह - Photo : PTI
भारतीय वायुसेना के प्रमुख, एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह - Photo : PTI
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भारतीय वायुसेना के प्रमुख, एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने 92वें वायुसेना दिवस समारोह के दौरान देश के सामने खड़ी सुरक्षा चुनौतियों पर गहन चर्चा की। उनकी स्पीच ने देशभर में चर्चा का विषय बना दिया। उन्होंने वायुसेना को आधुनिक तकनीक और नवाचार को अपनाकर भविष्य की सुरक्षा आवश्यकताओं के लिए तैयार रहने पर जोर दिया।

विस्तृत रिपोर्ट:
भारतीय वायुसेना के 92वें वार्षिक दिवस समारोह के मौके पर तमिलनाडु के तांबरम वायुसेना स्टेशन पर एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि बदलते वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए भारतीय वायुसेना को अपने दृष्टिकोण को पुन: व्यवस्थित करने की आवश्यकता है। एयर चीफ मार्शल ने वायुसेना के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि हमें हर समय तैयार रहना होगा ताकि राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा के लिए कोई भी आपात स्थिति का सामना किया जा सके।

एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह, जो हाल ही में वायुसेना प्रमुख के रूप में नियुक्त हुए हैं, ने कहा कि वायुसेना को केवल एक लड़ाकू बल के रूप में नहीं, बल्कि एक रणनीतिक ताकत के रूप में भी देखा जाना चाहिए। वर्तमान में हो रहे वैश्विक संघर्षों का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि इन संघर्षों से यह स्पष्ट हो गया है कि एक मजबूत और सक्षम वायुसेना होना कितना महत्वपूर्ण है।

उन्होंने कहा कि वायुसेना ने पिछले वर्ष में अपनी संचालन क्षमता में महत्वपूर्ण वृद्धि की है। इसके साथ ही, वायुसेना ने विभिन्न द्विपक्षीय और बहुपक्षीय अभ्यासों में भाग लेकर अपनी ताकत को और बढ़ाया है। इसी कड़ी में 'तरंग शक्ति' जैसे बड़े बहुराष्ट्रीय अभ्यास का भी आयोजन किया गया, जिसमें 30 से अधिक देशों की वायुसेनाओं ने हिस्सा लिया। यह अभ्यास भारत के सुलूर और जोधपुर में आयोजित हुआ था, और इसकी सराहना देश-विदेश से की गई।

वायुसेना प्रमुख ने यह भी कहा कि वायुसेना ने हाल ही में कई मानवीय सहायता और आपदा राहत कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। चाहे देश के भीतर बाढ़ राहत कार्य हो या विदेशों से नागरिकों को सुरक्षित निकालना, भारतीय वायुसेना ने हर मोर्चे पर अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है। मार्च 2024 में मर्चेंट शिप 'MV Ruen' को बचाने का कार्य भारतीय वायुसेना की वैश्विक क्षमता का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।

इस वर्ष के वायुसेना दिवस का मुख्य विषय 'भारतीय वायुसेना: सक्षम, सशक्त और आत्मनिर्भर' था, जो वायुसेना की आकांक्षाओं को बखूबी दर्शाता है। एयर चीफ मार्शल सिंह ने बताया कि वायुसेना अब और अधिक आधुनिक तकनीक से सुसज्जित है और अपने हथियार प्रणालियों के बेहतर उपयोग में भी सफलता हासिल की है।

एयर चीफ मार्शल ने यह भी बताया कि वायुसेना के कल्याण और उनके परिवारों का भला सुनिश्चित करना सर्वोच्च प्राथमिकता है। वायुसेना एक सकारात्मक और अनुकूल कार्य वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने वायुसेना के आने वाले भविष्य के लक्ष्यों के बारे में भी चर्चा की, जिसमें नई फाइटर फ्लीट्स की खरीद और थिएटराइजेशन प्लान का कार्यान्वयन शामिल है। थिएटराइजेशन प्लान, जिसमें तीनों सेनाओं (थलसेना, नौसेना और वायुसेना) के बीच सामंजस्य स्थापित करने की योजना है, भारतीय सेना की युद्धक क्षमताओं को बढ़ाने के लिए अहम भूमिका निभाएगा।

भारतीय वायुसेना, जो हमेशा संकट के समय में पहले प्रतिक्रिया देने वाली बल रही है, ने आपदा राहत, युद्धक अभियानों और मानवता की सेवा में उत्कृष्टता दिखाई है। एयर चीफ मार्शल ने अंत में कहा कि हमें अपनी वायुसेना के महान परंपराओं का पालन करते हुए हमेशा 'आकाश में गरिमा से उड़ने' की कोशिश करनी चाहिए।

एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह की बातें इस बात का स्पष्ट संकेत हैं कि भारतीय वायुसेना न केवल वर्तमान चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है, बल्कि भविष्य की कठिनाइयों के लिए भी अपनी रणनीति बना रही है। उन्होंने देश को यह आश्वासन दिया कि वायुसेना हमेशा राष्ट्रीय सुरक्षा और हितों की रक्षा के लिए तैयार रहेगी।